पहला दिन हे निष्कलंक कुँवारी ! ईश्वर के सर्वोत्तम सृष्टि : यह तो सच है कि सर्वशक्तिमान ईश्वर ने तुझ में अपनी महिमा दिखलाई। जिस प्रकार नोआ की नैया में ईश्वर ने हर प्रकार के जीव–जन्तु एवं मानव–प्राणी को एकत्रित किया था, उसी प्रकार उसने तुझे समस्त कृपाओं और ज्ञान की खान बनाई है। तू मानव–जाति का गौरव है
पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम पर। आमेन। हे प्रभु येसु! जब तू इस संसार में था तो तूने आह भरते और आँसु बहाते हुए अपने पिता से विनयपूर्वक प्रार्थना की थी। आज तू इस नौरोजी विनती को स्वीकार कर जिसमें इस तीर्थ स्थान के उपकारियों तथा उन सब भक्तों की अभिलाषाओं के लिये मैं प्रार्थना करता
गुणानुवाद अगुआ: हे येसु के परमपवित्र हृदय! बड़ी दीनता के साथ मैं तेरी आराधना करता हूँ। तू तो मेरे प्रभु और मुक्तिदाता का हृदय है जो सम्पूर्ण आदर और आराधना के सर्वथा योग्य है। तू परमेश्वर का पूजनीय मंदिर है जिस में उसकी अनन्त आराधना की जाती है। सब: आदर, प्रेम और प्रशंसा होवें, येसु के परम पवित्र हृदय
हे भले येसु, हमारे शाश्वत पुरोहित, अंतिम दिन तक तेरी उपस्थिति इस संसार में बनाये रखने, विश्व के सभी राष्ट्रों तथा जातियों के बीच, तेरे मुक्ति–कार्य को पूरा करने के लिए, तूने हममें से कुछ लोगों को, तेरी दिव्य पुरोहिताई के लिए चुन लिया है। तेरी इस असीम दयालुता एवं प्रज्ञा के लिए हम तुझे हृदय से धन्यवाद देते हैं।
हे प्रभु ईश्वर, आप ही जीवन का स्रोत है। आपने आदम की सृष्टि कर उसे एक उपयुक्त सहयोगिनी प्रदान की। विवाह संस्कार द्वारा आपने हमें प्रेम के अटूट बंधन में एक दुसरे से जोड़ा है। आपकी यह इच्छा है कि हम पति-पत्नी बन कर, अपने वैवाहिक जीवन द्वारा, सब लोगों को मनुष्य के प्रति आप के अनंत प्रेम की याद
प्रारंभिक प्रार्थना अगुआ: हे प्रेमी पिता परमेश्वर आपने इस संसार को इतना प्यार किया कि अपने इकलौते पुत्र को दे दिया, जिसने हमारी मुक्ति के लिए अपने आप को क्रूस पर कुर्बान कर दिया। हे प्रभु आज हम आपके चरणों में विनम्र होकर, कलवारी की चोटी तक, दुःख भोग पर मनन करना चाहते हैं। यह क्रूस रास्ता हमारे लिए मेल
इतवार और हुक्म पर्व में यूखरिस्त में भाग लेना। उपवास और परहेज के दिन मानना। बरस–बरस कम–से–कम एक बार पाप–स्वीकार करना। पास्का पर्व के समय योग्य रीति से परमप्रसाद ग्रहण करना। कलीसिया के पुरोहितों को संभालने में भाग लेना। विवाह के सम्बन्ध में कलीसिया के नियम मानना।
मैं प्रभु तेरा परम ईश्वर हूँ। प्रभु अपने परमेश्वर की आराधना करना। उसको छोड़ और किसी की नहीं। प्रभु अपने परमेश्वर का नाम व्यर्थ न लेना। प्रभु का दिन पवित्र रखना। माँ–बाप का आदर करना। मनुष्य की हत्या न करना। व्यभिचार न करना। चोरी न करना। झूठी गवाही न देना। परस्त्री की कामना न करना। पराये धन पर लालच न
O most Loving Mother of Jesus, whom God made the Mother of us all, I beseech thee, rain down from thy throne of mercy and grace, blessings on me and those dear to me. O most glorious Queen of Heaven, help me in the troubles and difficulties, that afflict and oppress me. O most gentle Lady of Graces, trusting in
Most Holy Trinity, Father, Son and Holy Spirit, I adore You profoundly, and I offer You the Most Precious Body, Blood, Soul and Divinity of Jesus Christ, present in all the tabernacles of the world, in reparation for the outrages, sacrileges and indifferences by which He is offended. And by the infinite merits of His most Sacred Heart and the