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पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम पर। आमेन
प्रेरितों का धर्मसार
हम स्वर्ग और पृथ्वी के सृ-ि’टकर्ता सर्व”ाक्तिमान पिता ई”वर में वि”वास करते हैं। और उसके एकलौते पुत्र हमारे प्रभु येसु ख्रीस्त में हम वि”वास करते हैं। जो पवित्र आत्मा के द्वारा गर्भमें आये और कुॅवारी मरियम से जन्में। उन्होंने पोंतियुस पिलातुस के “ासान काल में दु:ख भेगाा। वह क्रूस पर चढाये गये, मर गये, दफनाये गये, और अधेलााेक में उतरे। वह तीसरे दिन मृतकों में से जी उठे। स्वर्ग गये, सर्व’ा-िक्त्माना पिता ई’वर के दाहिने विराजमान हैंं। और वहॉ से जीवितों और मृतकों का न्याय करने आयेंगें हम पवित्र आत्मा, पवित्र कलीसिया, धर्मियों की सहभागिता, पापों की क्षमा, “राीर के पुनरूत्थान ओर अनन्त जीवन में वि”वास करते हैं।
हे हमारे स्वर्गवासी पिता
हे हमारे पिता, जो स्वर्ग में है, तेरा नाम पवित्र किया जाए, तेरा राज्य आये, तेरी इच्छा जैसे स्वर्ग में हैं वैसे पृथ्वी पर भी पूरी हो। हमारा प्रतिदिन का आहार आज हमें दें, और हमारे अपराध हमें क्षमा कर, जैसे हम भी अपने अपराधियों को क्षमा करते हैं और हमें परीक्षा में न डाल, परन्तु बुराई से बचा।
प्रणाम मरिया; (यह तीन बार बोलें)
प्रणाम मरिया कृपा पूर्ण प्रभु तेरे साथ है, धन्य तू स्त्रियों में और धन्य तेरे गर्भ का फल, येसु।
हे संत मरिया परमे”वर की मॉं, प्रार्थना कर हम सब पापियों के लिए, अब और हमारे मरने के समय । आमेन।
पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो, जैसे वह आदि में थी, अब है और अनन्त काल तक सदा रहेगी। आमेन। -
आनन्द के पाँच भेद
(सोमवार और शनिवार को)
1.गब्रिएल दूत मरियम को सदेंश देते हैं।
2.मरियम एलिज़बेथ से भेंट करती हैं।
3.हमारे प्रभु येसु जन्म लेते हैं।
4.बालक येसु मंदिर में चढ़ाए जाते हैं।
5.बालक येसु मन्दिर में पाये जाते हैं। -
ज्योति के पाँच भेद
(गुरुवार को)
1.यर्दन नदी में येसु बपतिस्मा ग्रहण करते हैं।
2.काना के विवाह भोज में येसु अपने आप को प्रकट करते हैं।
3.मन–परिवर्तन के आवान के साथ येसु ईश्वर के राज्य की घोषणा करते हैं।
4.येसु का रूपान्तरण हो जाता है।
5.पास्का रहस्य की सांस्कारिक अभिव्यक्ति के रूप में येसु यूखरिस्त की स्थापना करते हैं। -
दु:ख के पाँच भेद
(मंगलवार और शुक्रवार को)
1.बारी में येसु की प्राणपीड़ा।
2.येसु कोड़ों से मारे जाते हैं।
3.येसु को काँटों का मुकुट पहनाया जाता हैं।
4.येसु अपना क्रूस ढ़ोते हैं।
5.येसु क्रूस पर ठोके जाते और मर जाते हैं। -
महिमा के पाँच भेद
(बुधवार और रविवार को)
1.येसु मृतकों में से जी उठते हैं।
2.येसु स्वर्ग चढ़ते हैं।
3.पवित्र आत्मा प्रेरितों पर उतरते हैं।
4.मरियम स्वर्ग में उठा ली जाती हैं।
5.मरियम स्वर्ग में रानी का मुकुट पाती हैं।
हर रहस्य के बाद
एक ’’हे पिता हमारे’’ दस ’’प्रणाम मरिया’’, एक ’’पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की बढ़ाई होवे’’ और नीचे दी गई प्रार्थना बोलना है।
’हे मेरे येसु, मेरे पापों को क्षमा कीजिए, नरक की अग्नि से हमें बचाईये, सारी आत्माओं का,े विशेषकर जिन्हें आपकी कृपा की अत्यन्त आवश्यकता है, उन्हें स्वर्ग में ले जाईये।’’ -
प्रणाम रानी
प्रणाम रानी ! दया की माँ ! हमारा जीवन, हमारी मधुरता और आशा, तुझे प्रणाम। हम हेवा की निर्वासित संतान तुझे पुकारते हैं। हम इस दु:ख–पूर्ण संसार में रोते और विलाप करते हुए तेरा नाम लेते हैं; हे हमारी माता ! कृपया हम पर दया–दृष्टि कर और हमारे इस निर्वासन के बाद अपने गर्भ का पवित्र फल, येसु हमें दिखा। हे दयालु ! हे प्रेममयी ! हे मधुर कुवॉंरी मरिया! आमेन।
हे परमेश्वर की पवित्र माँ ! हमारे लिए प्रार्थना कर,
कि हम ख्रीस्त की प्रतिज्ञाओं के योग्य बन जाए।
हम प्रार्थना करें
हे परमेश्वर, जिसके एकलौते पुत्र ने अपने जीवन, मृत्यु एवं पुनरूत्थान से हमारे लिए अनन्त जीवन प्राप्त किया हैं, हम तुझसे विनती करते हैं कि पवित्र कुवँारी मरिया की अति पवित्र माला के इन भेदों पर ध्यान करते हुए जो कुछ वे सिखाते हैं हम उनका अनुसरण करें, और जिनकी वे प्रतिज्ञा करते हैं उनको प्राप्त करें। उन्हीं हमारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा। आमेन। -
कुँवारी मरियम से आवान प्रार्थना
हे प्रभु ! हम पर दया कर।
हे ख्रीस्त ! हम पर दया कर।
हे प्रभु ! हम पर दया कर।
हे ख्रीस्त ! हमारी प्रार्थना सुन।
हे ख्रीस्त! हमारी प्रार्थना पूर्ण कर।
हे स्वर्गवासी पिता ईश्वर ! हम पर दया कर।
हे पु़त्र ईश्वर, दुनिया के मुक्तिदाता ! हम पर दया….
हे पवित्र आत्मा ईश्वर ! हम पर दया कर।
हे पवित्र त्रिएक परमेश्वर ! हम पर दया कर।
हे संत मरियम ! हमारे लिए प्रार्थना कर।
हे परमेश्वर की पवित्र जननी !
हे कुँवारियों में पवित्र कुँवारी !
हे ख्रीस्त की माता !
हे ईश्वरीय कृपा की माता !
हे पवित्रतम माता !
हे अत्यन्त विशुद्ध माता !
हे अक्षता माता !
हे निष्कलंक माता !
हे दुलारी माता।
हे प्रशंसनीय माता !
हे सुसम्मति की माता !
हे सृजनहार की माता !
हे मुक्तिदाता की माता !
हे अत्यन्त बुद्धिमती कुँवारी !
हे आदरणीय कुँवारी !
हे वंदनीय कुँवारी ।
हे शक्तिमती कुँवारी !
हे दयालु कुँवारी !
हे विश्वासिनी कुँवारी !
हे धर्म के दर्पण !
हे ज्ञान का सिंहासन !
हे हमारे आनन्द के मूलस्त्रोत !
हे आध्यात्मिक पात्र !
हे आदर के पात्र !
हे भक्ति के उत्तम पात्र !
हे रहस्यपूर्ण गुलाब !
हे दाऊद के गढ़ !
हे हाथी दाँत के गढ़ !
हे सोने के घर !
हे संधि की मंजूषा !
हे स्वर्ग के द्वार !
हे प्रभात का तारे !
हे बीमारों की कुशलता !
हे पापियों की शरण !
हे दु:खियों की सांत्वना !
हे ख्रीस्त–भक्तों के आश्रय !
हे स्वर्गदूतों की रानी !
हे धर्मपुरखों की रानी !
हे नबियों की रानी !
हे प्रेरितों की रानी !
हे लोहूगवाहों की रानी !
हे धर्मगवाहों की रानी !
हे कुँवारियों की रानी !
हे सब संतों की रानी !
हे आदिपाप बिना गर्भ में प्रविष्ट रानी !
हे स्वर्ग में उद्ग्रहित रानी !
हे अत्यंत पवित्र माला की रानी !
हे शांति की रानी !
हे परमेश्वर के मेमने! तू संसार के पाप हर लेता है। हे प्रभु, हमें क्षमा कर !
हे परमेश्वर के मेमने! तू संसार के पाप हर लेता है। हे प्रभु, हमारी प्रार्थना पूर्ण कर।
हे परमेश्वर के मेमने! तू संसार के पाप हर लेता है।
हम पर दया कर।
हे परमेश्वर की पवित्र माँ ! हमारे लिए प्रार्थना कर,
कि हम ख्रीस्त की प्रतिज्ञाओं के योग्य बन जाँए।
हम प्रार्थना करें –
हे प्रभु, परमेश्वर ! कृपया इन सेवकों को वह शक्ति प्रदान कर कि हम सदैव तन–मन से चैन करें और नित्य कुँवारी मरियम की प्रार्थना द्वारा इस लोक की उदासीनता से मुक्त होकर अनन्त सुख प्राप्त करें। हमारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा। आमेन।
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