October 4, 2017
By divineretreat
- इतवार और हुक्म पर्व में यूखरिस्त में भाग लेना।
- उपवास और परहेज के दिन मानना।
- बरस–बरस कम–से–कम एक बार पाप–स्वीकार करना।
- पास्का पर्व के समय योग्य रीति से परमप्रसाद ग्रहण करना।
- कलीसिया के पुरोहितों को संभालने में भाग लेना।
- विवाह के सम्बन्ध में कलीसिया के नियम मानना।
Leave A Comment